कंप्यूटर एप्लीकेशन्स में डिप्लोमा (CABA MDTP)

परिषद् की एक महत्वपूर्ण पहल उर्दू बोलने वाली आबादी को प्रौद्योगिकी एवं कंप्यूटर के युग में तकनीकी शक्ति में परिवर्तित करना रहा है जिससे कि उन्हें रोज़गार से जोड़ा जा सके। यह न केवल रोज़गार उप्लब्ध करता है बल्कि देश में कंप्यूटर साक्षरता में वृद्धि भी करता है। परिषद् ने देश भर में डिप्लोमा-इन-कंप्यूटर एप्लीकेशन, बिज़नेस एकाउंटिंग एवं बहुभाषायी डीटीपी का एक वर्षीय कोर्स आरम्भ किया है।

सूचना तकनीक को भाषा में परिवर्तित करने एवं उर्दू बोलने वाले लड़के-लड़कियों को भारत की रोज़गार युक्त तकनीकी व्यक्तीय शक्ति का भाग बनाने हेतु राष्ट्रीय उर्दू परिषद् ने देश भर में कंप्यूटर एप्लीकेशन, बिज़नेस अकाउन्टिंग एवं बहुभाषायी डीटीपी केंद्र स्थापित किये हैं। वर्तमान में, 25 राज्यों के 261 ज़िलों में, 511 CABA-MDTP केंद्र चल रहे हैं, जिनमें 9784 लड़कियों सहित 24462 विद्यार्थियों ने प्रवेश लिया है। अब तक 1,72,934 विद्यार्थियों को कंप्यूटर एप्लीकेशन, बिज़नेस अकाउन्टिंग एवं बहुभाषायी डीटीपी में डिप्लोमा दिया गया है।

प्रार्थना पत्र फार्म के साथ वांक्षनीय जानकारी

(प्रार्थनापत्र केवल ऑनलाइन जमा किया जा सकता है)

  1. क्या निजी संस्था (NGO), योजना आयोग, भारत सरकार की वेबसाइट www.ngodarpan.gov.in पर रजिस्टर्ड है? अगर हां, तो रजिस्ट्रेशन नम्बर दें।
  2. क्या NGO राष्ट्रीय उर्दू परिषद् की वेबसाइट www.urducouncil.nic.in पर रजिस्टर्ड है? अगर हां, तो Id Number नम्बर दें।
  3. क्या यह केन्द्र अल्पसंख्यक केंद्रित ज़िले में स्थित है?
  4. इस क्षेत्र में साक्षरता दर क्या है एवं क्या यह क्षेत्र शैक्षिक तौर पर पिछड़ा हुआ है?
  5. क्या यह केंद्र सीमावर्ती क्षेत्र यानी जम्मू व कश्मीर या नार्थ-ईस्ट में स्थापित किया जाएगा?
  6. यह केंद्र ग्रामीण क्षेत्र में स्थापित किया जायेगा या शहरी क्षेत्र में? कृपया स्पष्ट करें।
  7. क्या यह निजी संस्था लड़कियों/महिलाओं/ विभिन्न योग्यता रखने वाले व्यक्तियों की बेहतरी हेतु काम कर रही है? कृपया स्पष्ट करें।
  8. क्या यह निजी संस्था (NGO), किसी अन्य सरकारी या निजी संस्था से इसी प्रकार की योजना हेतु ग्रांट-इन-एड लेती है?
  9. कृपया यह नोट कर लें कि केवल योग्यता की शर्तें पूरी कर लेने/जांच हेतु चुन लिये जाने/जांच की फ़ीस दे देने से CABA-MDTP केंद्र चलाने हेतु मान्यता या गारंटी नहीं मिल जाती है।

निरीक्षण/जांच हेतु फ़ीस

जांच/निरीक्षण हेतु चुने जाने के पश्चात प्रार्थी संस्था से जांच हेतु दस हज़ार रुपये फ़ीस ली जाएगी।

सीट की संख्या एवं फ़ीसः

  1. सीट की संख्या- प्रत्येक सत्र (यानी जनवरी एवं जुलाई) में 40 से अधिक विद्यार्थी होने की स्थिति में निजी संस्था को स्वयं अपने स्रोतों से अतिरिक्त वस्तुऐं, SW/HW की व्यवस्था करनी होगी।
  2. फ़ीस- प्रति विद्यार्थी मासिक फ़ीस 250 रुपये के हिसाब से ली जायेगी। (500 रूप्ये मासिक राज्यों की राजधानी/A श्रेणी शहरों में)।
  3. कोर्प्स फंडः फ़ीस बैंक अकाउंट में जमा की जायेगी और उससे यह कोर्प्स फंड तैयार होगा, जिसका प्रयोग सुविधाओं की बेहतरी एवं परिषद् से मान्यता प्राप्त खर्चों हेतु किया जाएगा। फ़ीस की निधि को अलग बचत खाते में अनिवार्य तौर पर जमा करना होगा। यह खाता ‘‘कंप्यूटर एप्लीकेशन, बिज़नेस अकाउन्टिंग एवं बहुभाषायी डीटीपी‘‘ हेतु खोला जाना चाहिये।

उर्दू भाषा में डिप्लोमा हेतु रजिस्ट्रेशन

  1. प्रत्येक कंप्यूटर केंद्र अनिवार्य तौर पर ‘‘एक वर्षीय उर्दू भाषा में डिप्लोमा कोर्स‘‘ का उर्दू स्टडी सेंटर होगा। उर्दू डिप्लोमा में पास होना अनिवार्य है।
  2. रजिस्ट्रेशन फ़ीसः केन्द्र को प्रवेश के समय प्रति विद्यार्थी निम्नलिखित फ़ीस देनी होगी। (अ) प्रवेश फ़ार्म एवं प्रॉस्पेक्टस - दस रुपया। (ब) उर्दू भाषा में एक वर्षीय डिप्लोमा कोर्स की फ़ीस- 200 रुपये (ज) परीक्षा फ़ीस- 330 रुपये। (द) उर्दू दुनिया, की एक वर्ष की ख़रीदारी- 150 रुपये।

कंप्यूटर अनुप्रयोगों की स्थापना