अरबी और फारसी का प्रचार

राष्ट्रीय उर्दू भाषा विकास परिषद् राष्ट्रीय विरासत परिरक्षित रखने के लिए क्‍लासिक भाषाओं के महत्व को समझती है। इसने अरबी और फ़ारसी के विकास और प्रचार के लिए विभिन्न कार्यक्रम आरम्भ किये जो निम्नलिखित हैं।

  1. थोक ख़रीदारी योजना के तहत परिषद् ने पुस्तकें ख़रीद कर वाचनालयों और पुस्तकालयों को मज़बूत (सुदृढ़) करने का प्रयास किया।
  2. अरबी और फ़ारसी भाषा में भाषण, वक्तृत्व प्रतिस्पर्धा, वादविवाद प्रतिस्पर्धा आदि का आयोजन करना।
  3. अरबी और फ़ारसी में से किसी एक को लेकर द्विभाषिक शब्दकोष तैयार करना।
  4. अरबी और फ़ारसी की दुर्लभ पांडुलिपियों को प्रकाशित करना।
  5. अरबी और फ़ारसी की पुस्तकों की थोक ख़रीदारी करना।
  6. अरबी और फ़ारसी भाषा, साहित्य और संस्कृति पर शोध करने वाले छात्रों को छात्रवृत्ति और पुरस्कार देना।
  7. अरबी व फ़ारसी में प्रोजेक्ट, अल्पकालीन अध्ययन, सेमिनार, सम्मेलन और कार्यशालाओं का आयोजन करना।
  8. अरबी व फ़ारसी के अध्ययन के लिए संस्थानों को बनाना, उन का रख रखाव और विकास करना।
  9. अरबी और फ़ारसी भाषाओं के अध्ययन के लिए जो संस्थान बनाए गये हैं उन के लिए भवन बनवाना उनका विस्तार करना।
  10. इन भाषाओं के विस्तार, प्रसार और प्रचार के लिए उपयुक्त क़दम उठाना।