उत्पादन अनुभाग

एनसीपीयूएल भारत सरकार के अंतर्गत उर्दू प्रकाशन का मुख्य विभाग है। शिक्षा के क्षेत्र में एनसीपीयूएल के प्रकाशनों को बहुत ऊंचा दर्जा प्राप्त है।
परिषद् के प्रकाशन प्रोग्राम के केंद्र बिंदु में बच्चों का साहित्य, उर्दू मीडियम स्कूलों के लिए पाठ्य पुस्तकें तैयार करना है। इस प्रकाशन के अंतर्गत सबसे महत्वपूर्ण कार्य गत 300 वर्षों में उर्दू शायरी एवं गद्य के विकास के बारे में प्रमाणित पुस्तकें मुहैया कराना है। परिषद् के प्रकाशन विभाग का उत्तर-दायित्व है कि उर्दू फ़ारसी एवं अरबी साहित्य को विकसित करने हेतु पाठ्य पुस्तकें, अन्य विषयों पर पुस्तकें एवं पत्रिकाओं के प्रकाशन हेतु कार्य करे। परिषद् अपने इस ध्येय हेतु कि विज्ञान एवं तकनीकी विकास की उर्दू भाषा में ज्ञानवर्धक जानकारी वाली पुस्तकें जो आधुनिक परिपेक्ष में जन्मे विचारों से लैस हों एवं समाज के सभी दृष्टिकोणों को दर्शायें, ऐसी पुस्तकों के प्रकाशन को आगे बढ़ा रही है।
संबंध विभाग से फॉरवर्डिंग फ़ार्म के साथ छपाई हेतु अनुरोध प्राप्त किया जाता है। प्रकाशन के मूल्य का निर्धारण उसके छपाई, डिजाइनिंग, स्कैनिंग, प्लेट बनाने, निगेटिव तैयार करने आदि के मूल्यों का हिसाब किताब लगाकर किया जाता है।
बच्चों के साहित्य हेतु वही मूल्य रखा जाता है एवं अन्य प्रकाशनों हेतु मूल्य को लागत का दोगुना किया जाता है। प्रेस के पास छपाई हेतु हार्ड कॉपी के साथ सॉफ्ट कापी को (जब मांगी जाये) भेज दिया जाता है। (जो खुले टेंडर द्वारा अनुमोदित होते हैं) छपाई का सामान सप्लाई करने वालों, जैसे कागज़ के सप्लायर से कहा जाता है कि वह सीधे प्रेस को सामान पहुंचायें। प्रेस एडवांस के तौर पर पास कराने हेतु पुस्तकों/पत्रिकाओं की 5-10 कापियां साझा करते हैं।
एक बार स्वीकृत होने पर सभी कापियां प्रकाशित करके बिक्री काउंटरों/स्टोर या संबंधित विभाग को भेज दी जाती हैं।