उर्दू भाषा में डिप्लोमा

उर्दू भाषा में एक वर्षीय डिप्लोमा कोर्स

उर्दू एवं उस की लिपि को देश भर में लोकप्रिय बनाने हेतु, एनसीपीयूएल ने हिन्दी एवं अंग्रेज़ी माध्यम के द्वारा उर्दू में एक वर्षीय डिप्लोमा कोर्स आरम्भ किया है। इस कोर्स को पूरे देश में बहुत अधिक लोकप्रियता मिली है। इस समय 25 राज्यों के 235 ज़िलों में 810 उर्दू स्टडी केंद्र चल रहे हैं। 56432 विद्यार्थी जिनमें 27974 लड़कियां हैं, ने स्वयं को इस कोर्स हेतु रजिस्टर्ड कराया है।

उर्दू स्टडी केंद्र की मान्यता हेतु योग्यता

उर्दू स्टडी केंद्र की मान्यता प्राप्त करने हेतु, आवेदक संस्थान को निम्नलिखित आवश्यक शर्तें पूरी करनी चाहियेः

  • संस्थान को सोसाइटी रजिस्ट्रेशन ऐक्ट के अंतर्गत रजिस्टर्ड होना चाहिये एवं गत तीन वर्षों से सक्रिय होना चाहिये।
  • संस्थान को सरकार के एनजीओ पोर्टल www.ngodarpan.gov.in/ पर रजिस्टर्ड होना चाहिये।
  • संस्थान को शैक्षिक कार्यों में सक्रिय होना चाहिये।

कोर्स की संरचना

  • कोर्स का आरम्भ प्रत्येक वर्ष अप्रैल की पहली तिथि से होगा। इस कोर्स की अवधि एक वर्ष होगी। इस कोर्स में रजिस्ट्रेशन कराने की अंतिम तिथि 28 फरवरी है।
  • डिप्लोमा कोर्स को तीन भागों में विभाजित किया गया है।
  • पहले भाग में शिक्षार्थी को हिन्दी एवं अंग्रेज़ी माध्यम की सहायता से उर्दू लिपि पढ़ायी जायेगी। इस भाग में 20 पाठों पर आधारित तीन असाइनमेंट होंगे।
  • द्वितीय भाग में शिक्षार्थी को आसान उर्दू व्याकरण एवं ज्ञान पर आधारित पाठ दिये जायेंगे। इस भाग में 27 पाठों पर आधारित चार असाइनमेंट हैं।
  • तृतीय भाग में विद्यार्थी को आसान उर्दू साहित्य (कविता एवं गद्य) से परिचित कराया जायेगा। गद्य वाले भाग 28 पाठों पर आधारित 3 असाइनमेंट एवं कविता वाले भाग में 15 पाठों पर आधारित दो असाइनमेंट पूरे होगें।
  • 12 असाइनमेंट्स के आधार पर योग्यता निश्चित की जाएगी।
  • सत्र के अंत में, एक फाइनल लिखित परीक्षा ली जाएगी।
  • डिप्लोमा केवल उन विद्यार्थियों को ही आवंटित किया जायेगा जो 12 असाइनमेंट सफलतापूर्वक पूरे कर लेंगे एवं फ़ाइनल लिखित परीक्षा उत्तीर्ण करेंगे। सीधे तौर पर कुछ विद्यार्थी लिखित परीक्षा से मुक्त कर दिये गये हैं।

फ़ीस देने की विधिः

सेन्टर को 200 रुपये प्रति विद्यार्थी के हिसाब से फ़ीस देनी होगी। सीधे तौर पर व्यक्तिगत तरीके़ से पढ़ने वाले विद्यार्थी हेतु कोर्स फ़ीस 350 रुपये है।

प्रवेश हेतु योग्यताः

  • जो विद्यार्थी हिंदी या अंग्रेज़ी लिख पढ़ सकते हैं, वह इस कोर्स में प्रवेश कर सकते हैं।
  • इस कोर्स में प्रवेश करने हेतु आयु की कोई सीमा नहीं है।
  • विद्यार्थी की शैक्षिक योग्यता 10वीं पास या उसके समकक्ष होनी चाहिये (अपेक्षित)।

वित्तीय सहायता की सीमाः

  • पार्ट टाइम उर्दू अध्यापकों को प्रत्येक मास चार हज़ार रुपये सम्मान के तौर पर दिया जायेगा। एक अध्यापक 25 से 75 विद्यार्थी हेतु होगा। 75 से अधिक विद्यार्थियों हेतु दो अध्यापक होंगे। रजिस्ट्रेशन हेतु अधिक से अधिक 100 विद्यार्थियों की सीमा निर्धारित होगी।
  • चार्टर्ड एकाउंटेंट की फ़ीस, स्टेशनरी, डाक टिकट एवं हैंडलिंग चार्जेज़, बिजली, फ़ोन, पानी आदि हेतु 700 रुपये मासिक होगा।
उर्दू अध्ययन केंद्रों की स्थापना